PRT Shikshak Bharti in UP: यूपी शिक्षा सेवा चयन आयोग ने शिक्षक भर्ती विज्ञापन जारी करने से किया इनकार, 20 लाख अभ्यर्थियों की बढ़ीं मुश्किलें। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग जोकि हाल ही में गठित किया गया है उसने आज शिक्षक भर्ती विज्ञापन जारी करने से साफ़ इनकार लड़की दिया है। आपको बता दिया जाता है कि प्रदेश में शिक्षक भर्ती ख़ासकर प्राथमिक स्तर के लिये बहुत तेज़ी से माँग हो रही है। जिसके लिए आयोग की नवनियुक्त अध्यक्ष प्रो. कीर्ति पांडेय से सचिन अकैडमी के सचिन सर के साथ काउच लोगों ने मुलाक़ात की है। जिसके बाद यह खबर निकली है कि विज्ञापन अभी जारी नहीं होगा।
PRT Shikshak Bharti in UP को लेकर विशेष अपडेट
जैसा कि आपको पता होगा कि इन दिनों प्रयागराज में शिक्षक भर्ती की माँग के लिए अनवरत धरना किया जा रहा है। जिसमें प्रत्येक दिन किस न किसी राजनीतिक पार्टी का समर्थन मिल रहा है। इस भर्ती के लिए यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री तथा समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी नई प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए अपने ट्विटर हैंडल एक्स पर ट्वीट करते हुए शिक्षक भर्ती की माँग की। किंतु आपको बता दें कि इसका कोई भी असर फ़िलहाल देखने को नहीं मिला है। क्योंकि आयोग ने तो विज्ञापन अभी जारी करने से मना कर दिया है।
प्राथमिक शिक्षक भर्ती विज्ञापन जारी करने से आयोग ने किया इनकार
आपको बता दें कि यूट्यूब पर ऑनलाइन शिक्षक भर्ती की तैयारी करवाने वाले सचिन अकैडमी के सचिन सर ने भी इस धरने में भाग किया और वे आयोग की अध्यक्ष से भी मिले। उनके साथ धरना देने वालों में से 5 सदस्यों की टीम ने भी मुलाक़ात की। जिसके दौरान शिक्षक भर्ती विज्ञापन जारी करने पर फोकस किया गया, किंतु अध्यक्ष महोदया ने अधियाचन नहीं मिलने तक विज्ञापन जारी करने से महा कर दिया है। उनका कहना है कि अभी आयोग को SCERT द्वारा कोई भी भर्ती से संबंधित अधियाचन नहीं मिला है। इसलिए जब तक अधियाचन नहीं मिलता आयोग भर्ती के लिए विज्ञापन कैसे दे सकता है।
SCERT क्यों नहीं दे रहा शिक्षक भर्ती अधियाचन
इतना तो साफ़ हो गया है कि जैसे ही अधियाचन आयोग के पास आयेगा इसके बाद आयोग भर्ती के लिए प्रक्रिया शुरू कर देगा। किंतु प्रश्न यह कि आख़िर SCERT अधियाचन क्यों नहीं दे रहा है? क्या उसे भी शिक्षक छात्र अनुपात वाला चूरन पसंद आ गया है? कुछ भी हो Scert को सभी मुद्दे पर अपना रवैया तथा शिक्षक भर्ती की योजना पर बात करनी होगी तथा सभों प्रश्नों का जवाब देना होगा। क्योंकि यह बात सिर्फ़ एक प्रश्न की नहीं है बल्कि प्रदेश के 20 लाख अभ्यर्थियों के भविष्य का प्रश्न है।
मुख्यमंत्री ने तीसरी बार दिया आश्वासन
जैसा कि हमने आपको बताया था कि इन दिनों शिक्षक भर्ती का मुद्दा सभी नेताओं के लिए बड़ा मुद्दा बना हुआ है। ऐसे में यह अच्छा मौक़ा है शिक्षक भर्ती की माँग तेज करने का। क्योंकि शिक्षक भर्ती के विषय में मुख्यमंत्री ने पिछले कुछ दिनों के भीतर ही 3 बार आश्वासन दिया है। किंतु अब आश्वासन से अभ्यर्थियों को भरोसा नहीं हो रहा है। उनका कहना है पिछले 6 वर्षों से यही लॉलीपॉप मिलता आ रहा है।इसलिए अब कुछ चाहिए तो सिर्फ़ और सिर्फ़ प्राथमिक शिक्षक भर्ती, न इससे कम न इससे ज़्यादा।
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