जिसका डर था वही हुआ, सुप्रीम पहुँचा 69k शिक्षक भर्ती मामला दोनों पक्ष पहुँचे सर्वोच्च न्यायालय। 69k Shikshak Bharti in Supreme Court

69k Shikshak Bharti in Supreme Court

69k Shikshak Bharti in Supreme Court: उत्तर प्रदेश में शिक्षक भर्तियों को लेकर इन दिनों जो माहौल बना हुआ है। इसे देखकर अभ्यर्थियों की मेहनत तथा वर्षों से किए जाने वाले इंतज़ार का दर्द दिख रहा है। इस समय शिक्षक भर्ती के दो मामले सामने हैं। जिसमें एक है नई शिक्षक भर्ती की विज्ञप्ति, तथा दूसरा मामला है 69000 शिक्षक भर्ती पर सरकार का अंतिम निर्णय। नई शिक्षक भर्ती के लिए तो अभी फ़िलहाल पोस्ट लिखने तक कोई अपडेट नहीं मिला है किंतु 69k को लेकर बहुत बड़ा अपडेट आ चुका है।

69k Shikshak Bharti in Supreme Court

यदि आप हमारे रेगुलर पाठक हैं तो आपको पता होगा कि 69000 शिक्षक भर्ती आरक्षण घोटाले मामले पर इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने चयनितों की सूची रद्द करके दुबारा नई सूची तैयार करने के लिए कहा था। इसके बाद हमने तुरंत आपको एक पोस्ट के माध्यम से बताया था कि सरकार ने सुप्रीम जाने से मना कर दिया है किंतु यह मामला सुप्रीम कोर्ट में जाएगा ही जाएगा। और जिसका डर था वही हुआ। अंततः यह मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुँच चुका है। लेकिन ख़ास बात यह है कि इसे दोनों पक्षों द्वारा सुप्रीम कोर्ट में अर्ज़ी दाखिल की गई है।

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शिक्षक भर्ती मामला सुप्रीम कोर्ट जाने से किसका फ़ायदा

जैसा कि हमने यह भी बताया था कि यदि यह मामला सुप्रीम कोर्ट जाता है तो क्या फ़ायदा तथा क्या नुक़सान हो सकता है। किंतु आपको बता दें कि चयनितों ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी नौकरी बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया है तो वहीं आरक्षण घोटाले से प्रभावित अभ्यर्थियों ने कोर्ट में चयनितों के समायोजन करने पर विरोध करने की बात कही है। उनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट कोई भी निर्णय देने से पहले दोनों पक्षों को सुने इसके बाद अंतिम निर्णय दे। आगे इन्होंने कहा कि यदि हमारे साथ अन्याय करते हुए 4000 समायोजन होगा तो हम विरोध करने के लिए विवश हो जाएँगे।

शिक्षक भर्ती मामले पर कल होगी बैठक

इसी मामले को लेकर हाई कोर्ट के आदेश के बाद से मुख्यमंत्री द्वारा कई बैठक की जा चुकी हैं ताकि मामले की गहराई को समझ कर उचित कदम उठाए जायें जिससे किसी के साथ अन्याय न होने पाए। इसी कड़ी में कल मंगलवार अर्थात् 27 अगस्त को एक और मीटिंग होगी जिसमें इस मामले की गंभीरता के साथ अंतिम निर्णय तक पहुँचने की उम्मीद जतायी जा रही है। फ़िलहाल हाई कोर्ट का फ़ैसला आये हुए काफ़ी दिन हो चुके हैं किंतु सरकार तथा विभाग की सक्रियता उस प्रकार से नज़र नहीं आ रही है जिससे जल्द से जल्द अंतिम निर्णय पर पहुँच सकें।

समायोजन से फँस जाएगा नई शिक्षक भर्ती का मामला

जहां प्रदेश में आरक्षण घोटाले का मामला चर्चाओं में बना हुआ है। तो वहीं दूसरी तरफ़ नई शिक्षक भर्ती के लिए भी माँगे बढ़ती जा रही हैं। आपको बता दें नई शिक्षक भर्ती को अब इन दिनों 69k शिक्षक भर्ती से संबंधित करते हुए देखा जा रहा है। और यह भी कहा जा रहा है कि यदि चयनितों का समायोजन किया जाता है तो इससे नई भर्ती आने का रास्ता बंद हो सकता है। इसलिए नई शिक्षक भर्ती की माँग करते हुए चयनितों को नई भर्ती में भरांक दिया जाये। जिससे 6 वर्षों से भर्ती से वांछितों की माँगे भी पूरी हो जायें तथा प्रदेश में चल रहे शिक्षक भर्ती के मामलों को भी ख़त्म किया जा सके। अब देखना है इसपर आगामी बैठक में क्या निर्णय लिया जाता है।

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